Wednesday, 18 May 2022

गिर गए थे तो क्या हुआ, आज फिर खड़े हो जाओ

  •  चलते-चलते रास्ता भटकना निराशाजनक है, लेकिन लक्ष्य से भटकना तो अपराध है। 
  • जीवन में आगे बढ़ना है, तो बदलाव और चुनौतियों का सामना जरूरी है।
  • दुख हमें उदास करने या अपराध बोध महसूस कराने नहीं आता, सचेत करने और बुद्धिमान बनाने आता है।

     
  • कल गिर गए थे तो क्या हुआ, आज फिर खड़े हो जाइए।
  • हमें बदलाव और चुनौतियों का स्वागत करना चाहिए, क्योंकि यह जीवन में आगे बढ़ने में मदद करते हैं 
  • जिस रास्ते पर सबसे कम रुकावटें हैं, वह असफल लोगों का रास्ता होता है। 

  • यदि हम क्रोध को खत्म नहीं करेंगे, तो वह हमें खत्म कर देगा। 

  • हालात से तालमेल बैठाओ या खत्म हो जाओ- हर युग में प्रकृति का यही नियम है।                                                                                         एच जी वेल्स


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